असम HSLC रिजल्ट 2025: 10 अप्रैल को नहीं जारी होंगे कक्षा 10वीं के नतीजे, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने की नई तारीख की घोषणा

असम HSLC रिजल्ट 2025: 10 अप्रैल को नहीं जारी होंगे कक्षा 10वीं के नतीजे, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने की नई तारीख की घोषणा

गुवाहाटी: असम में कक्षा 10वीं (HSLC) के छात्रों के लिए बड़ी अपडेट! असम राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (SEBA) ने स्पष्ट किया है कि 10 अप्रैल 2025 को HSLC के नतीजे जारी नहीं किए जाएंगे। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने 9 अप्रैल की रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि परिणाम “तैयार होते ही जल्द प्रकाशित किए जाएंगे।” उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और आश्वासन दिया कि SEBA परिणामों को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही है।


रिजल्ट कब आएंगे? क्या है नई तारीख?

SEBA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज़ 24 असम को बताया कि परिणाम प्रक्रिया अंतिम चरण में है, लेकिन कुछ तकनीकी जांच और मार्किंग की पुनः पुष्टि (Re-evaluation) बाकी है। उन्होंने कहा, “हम परिणाम 15-17 अप्रैल के बीच जारी करने का लक्ष्य रख रहे हैं।” हालांकि, आधिकारिक तारीख अभी घोषित नहीं की गई है।

रिजल्ट चेक करने का तरीका:

  • छात्र आधिकारिक वेबसाइट sebaonline.org या resultsassam.nic.in पर जाकर अपना रोल नंबर डालकर मार्कशीट डाउनलोड कर सकेंगे।
  • पहली बार में प्रोविजनल मार्कशीट (Provisional Marksheet) ऑनलाइन उपलब्ध होगी। मूल मार्कशीट के लिए छात्रों को अपने स्कूल से संपर्क करना होगा।
  • SMS सर्विस के जरिए भी रोल नंबर लिखकर 56263 नंबर पर भेजने पर रिजल्ट प्राप्त किया जा सकेगा।

HSLC 2025 परीक्षा का शेड्यूल और प्रक्रिया

SEBA की कक्षा 10वीं की परीक्षा इस साल 15 फरवरी से 3 मार्च 2025 तक आयोजित की गई थी। प्रैक्टिकल परीक्षाएं 21 और 22 जनवरी को हुई थीं। बोर्ड ने इस साल 4.32 लाख छात्रों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी थी, जो पिछले साल से 3% अधिक है।

परीक्षा के बाद का विवाद:

  • कुछ केंद्रों पर कॉपी लीक के आरोपों के बाद SEBA ने 12 केंद्रों की जांच का आदेश दिया था।
  • गणित के पेपर में एक प्रश्न गलत पाए जाने पर बोर्ड ने सभी छात्रों को अतिरिक्त अंक देने का निर्णय लिया।

पिछले साल के आंकड़े: 75.7% छात्र हुए थे पास

2024 में, SEBA ने 20 अप्रैल को HSLC रिजल्ट जारी किए थे। कुल 4.19 लाख छात्रों में से 3.17 लाख (75.7%) पास हुए थे। टॉप 10 में 93% से ऊपर अंक लाने वाले छात्रों की संख्या 1,243 थी। इस साल और अधिक छात्रों के टॉप स्कोर की उम्मीद है, क्योंकि बोर्ड ने मूल्यांकन प्रक्रिया में छात्र-अनुकूल बदलाव किए हैं।


छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया: “तनाव बढ़ रहा है”

रिजल्ट की देरी से छात्रों में बेचैनी बढ़ रही है। गुवाहाटी की छात्रा प्रियंका दास कहती हैं, “मैंने होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा के लिए आवेदन किया है, जिसकी अंतिम तिथि 18 अप्रैल है। अगर रिजल्ट देर से आया, तो मेरा एडमिशन खतरे में पड़ जाएगा।”

वहीं, अभिभावकों ने SEBA से प्रक्रिया तेज करने की मांग की है। धुबरी के रहने वाले राजीव बरुआ कहते हैं, “हर साल रिजल्ट में देरी होती है। सरकार को टेक्नोलॉजी अपग्रेड करनी चाहिए।”


SEBA का बयान: “गुणवत्ता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता”

SEBA के चेयरमैन डॉ. रूपम चौधरी ने कहा, “हमें छात्रों की भावनाओं की समझ है, लेकिन मार्किंग और रिजल्ट तैयार करने में सटीकता जरूरी है। इस बार हमने ऑनस्क्रीन मूल्यांकन (On-Screen Evaluation) प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें समय लग रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि AI-आधारित ऑडिट सिस्टम से गलतियों को कम किया गया है।


क्या है ऑनस्क्रीन मूल्यांकन?

इस नई प्रक्रिया में उत्तर पुस्तिकाओं (Answer Sheets) को स्कैन करके डिजिटल फॉर्मेट में कंप्यूटर पर अपलोड किया जाता है। शिक्षकों को फिजिकल कॉपियों की बजाय स्क्रीन पर उत्तर चेक करने होते हैं। इससे मार्किंग पारदर्शी और तेज होती है, लेकिन टेक्निकल गड़बड़ियों के कारण कभी-कभी देरी हो जाती है।


रिजल्ट के बाद का स्टेप्स: क्या करें छात्र?

  1. मार्कशीट वेरिफिकेशन: प्रोविजनल मार्कशीट में कोई गलती मिलने पर 15 दिनों के भीतर स्कूल के माध्यम से पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation) के लिए आवेदन करें।
  2. हायर सेकेंडरी में एडमिशन: असम HSLC रिजल्ट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) से जुड़ा है। टॉप कॉलेजों में दाखिले के लिए CET फॉर्म 25 अप्रैल तक भरें।
  3. वोकेशनल कोर्सेज: ITI, पॉलिटेक्निक, और स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज के लिए आवेदन 1 मई से शुरू होंगे।

राजनीतिक प्रतिक्रिया: विपक्ष ने उठाए सवाल

असम विपक्ष ने SEBA की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। AIUDF नेता अमीनुल इस्लाम ने कहा, “सरकार शिक्षा प्रणाली को सुधारने में विफल रही है। हर साल रिजल्ट में देरी और विवाद क्यों?” कांग्रेस नेता दीप बोरा ने मांग की कि SEBA रिजल्ट तिथि की घोषणा तुरंत करे।


निष्कर्ष

SEBA के लिए यह समय छात्रों के विश्वास को बनाए रखने का है। रिजल्ट की देरी से न केवल छात्र प्रभावित हो रहे हैं, बल्कि बोर्ड की विश्वसनीयता भी दांव पर लगी है। अगर इस बार मार्किंग प्रक्रिया पारदर्शी और त्रुटिहीन रही, तो भविष्य में छात्रों का तनाव कम हो सकता है। फिलहाल, सभी की नजरें SEBA के अगले बयान पर टिकी हैं।

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